हवा के झोंके ने फिर से पन्नों को सहलाया,
खरीद लाये थे कुछ सवालों का जवाब ढूढ़ने।
झुकाकर पलकें शायद कोई इकरार किया उसने,
तुम्हारे लब को छूने का इरादा रोज करता हूँ,
कहानियों का सिलसिला बस यूं ही चलता रहा,
मेरी चाहत को दुल्हन तू बना लेना, मगर सुन ले,
उजालों में चिरागों की अहमियत नहीं होती।
महफ़िल में रह के भी रहे तन्हाइयों में हम,
तेरे इशारों पर मैं नाचूं क्या जादू ये तुम्हारा है,
चेहरा तेरा चाँद का टुकड़ा सारे जहाँ Love Quotes से प्यारा है।
हुजूर लाज़िमी है महफिलों में बवाल होना,
जर्रे-जर्रे में वो है और कतरे-कतरे में तुम।
कि पता पूछ रहा हूँ मेरे सपने कहाँ मिलेंगे?
रहा मैं वक़्त के भरोसे और वक़्त बदलता रहा,