कुछ बात तो है इस दिल को बेकरार किया उसने। ~एकांत नेगी
अंधेरा हर तरफ और मैं दीपक की तरह जलता रहा।
मैंने माना कि नुकसान देह है ये सिगरेट...
जब से तुमको देखा है दिल बेकाबू हमारा है,
कहानियों का सिलसिला बस यूं ही चलता रहा,
रास्तों की उलझन में था हमसफर भी छोड़ गए।
मुझे सताने के सलीके तो उन्हें बेहिसाब आते हैं,
बिछड़ के तुझसे हर रास्ता सुनसान रहता है,
तुमको याद रखने में मैं क्या-क्या भूल जाता हूँ,
बिछड़ के मुझ से वो quotesorshayari दो दिन उदास भी न रहे।
कभी उनकी याद आती है कभी उनके ख्वाब आते हैं,
रास्ते पर तो खड़ा हूँ पर चलना भूल गया हूँ।
कुछ बदल जाते हैं, कुछ मजबूर हो जाते हैं,
समंदर पीर का अन्दर है, लेकिन रो नहीं सकता,